आज की टॉप 10 खबर 25 जून 2025 बुधवार

कांकेर टॉप 10 अब पढें विस्तार से….
25 जून 2025 बुधवार

✍️मनोज जायसवाल

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01. भानुप्रतापपुर मार्ग किसानों के चक्का जाम प्रदर्शन से घंटो बंद रहा। दोनों ओर वाहनों की कतारें दिखायी दी।

—स्टेट हाईवे कांकेर भानुप्रतापपुर मार्ग पर स्थित मरकाटोला तथा क्षेत्र के किसानों ने खाद नहीं मिलने से नाराज होकर आज चक्का जाम किया। इन किसानों की सहकारी समितियों के चक्कर काटते-काटते इंतजार की इंतहा हो गई थी। स्थानीय पुलिस मौके पर पहूंच कर समझाईश दी जिस पर चक्का जाम कुछ देर में खत्म तो हो गया पर किसानों की समस्या जस की तस बनी हुई है। चारामा विकासखंड के लखनपुरी‚नरहरपुर‚कोरर  सहित कई गावों में भी  निजी दुकानों में खाद की कालाबाजारी हो रही है‚  किसान अधिक दरों पर तथा खाद के साथ पकडाये जाने वाले टोचन सामान जिसका पैसा उन्हें देना है‚के चलते त्रस्त आ चुके हैं। खाद की यही स्थिति रही तो अन्य जगहो पर भी ऐसा प्रदर्शन  होने की आशंका है।

चित्र—भानुप्रतापपुर मार्ग पर उग्र प्रदर्शन करते क्षेत्र के किसान।

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02. 1975 में देशवासियों पर थोपे गए आपातकाल से रूबरू होना बेहद जरूरी : सांसद श्री नाग। आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर मनाया गया संविधान हत्या दिवस।

—वर्ष 1975 में आज ही के दिन तत्कालीन सरकार द्वारा सम्पूर्ण देश में आपातकाल (इमरजेंसी) लगाया गया था। इसके 50 वर्ष पूर्ण होने पर आज ‘संविधान हत्या दिवस’ के तौर पर मनाया गया। इस दौरान जिले के मीसाबंदियों के परिजनों को सम्मानित किया गया, साथ ही आपातकाल पर परिचर्चा की गई। इस अवसर पर छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से 1975 के आपातकाल के दौर को रेखांकित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में कांकेर लोकसभा क्षेत्र के सांसद   भोजराज नाग तथा विशिष्ट अतिथि के तौर पर कांकेर विधानसभा क्षेत्र के विधायक  आशाराम नेताम उपस्थित थे। जिला पंचायत के सभाकक्ष में आज दोपहर 12.30 बजे आयोजित परिचर्चा में मुख्य अतिथि के आसंदी से सांसद श्री नाग ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है, जहां संविधान सर्वोपरि है। उन्होंने आगे कहा कि वर्ष 1975 में तत्कालीन सरकार द्वारा देशवासियों पर अचानक थोपे गए आपातकाल के काले सच की सभी को जानकारी होना बेहद जरूरी है। 25 जून वह दिन है, जब लोकतंत्र के मूल्यों की हत्या हुई थी। सत्ता के लालच में नियम व कानून को ताक पर रखते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए तत्कालीन सरकार ने पूरे देश में इमरजेंसी लगा दी। सांसद श्री नाग ने बताया कि इसका विरोध करने वाले जनप्रतिनिधियों, देशवासियों और मीडिया संस्थानों की आवाज को दबाया गया तथा उन्हें जेल में डाल दिया गया। लोगों को जबरदस्ती नसबंदी कराई गई। उन्होंने जिले के मीसाबंदियों को श्रद्धांजलि देते हुए देश के संविधान का पालन एवं अनुसरण करने की बात कही। विशिष्ट अतिथि श्री नेताम ने अपने उद्बोधन में कहा कि 1975 में लगाए गए आपातकाल का दंश पूरे देश ने झेला। इसके विरोध में उठने वाले स्वर को क्रूरतापूर्वक दबाया गया। इसके विरूद्ध आगे आने वाले शीर्ष नेताओं एवं आम जनता को चिन्हांकित करके जेलों में डाल दिया गया। श्री नेताम ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री   नरेन्द्र मोदी ने इस काले सच को सामने लाने का प्रयास किया, जिससे हमें व आने वाली पीढ़ी को अवगत होने की जरूरत है। इस अवसर पर कलेक्टर   निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती किरण नरेटी, नगरपालिका कांकेर के अध्यक्ष  अरूण कौशिक तथा नागरिक श्री महेश जैन ने भी 25 जून 1975 में लगाए गए आपातकाल पर आधारित परिचर्चा ‘संविधान की हत्या’ विषय पर अपने-अपने विचार प्रकट किए।

आपातकाल के दौरान पिता 19 महीने तक जेल में रहे- श्रीमती शर्मा

संस्कृति विभाग छत्तीसगढ़ शासन के निर्देशानुसार आज ‘आपातकाल के 50 वर्ष पूर्ण होने पर संविधान हत्या दिवस’ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर आपातकाल पर आधारित वीडियो का प्रदर्शन किया गया, साथ ही जिला पंचायत के परिसर में छायाचित्र प्रदर्शनी लगाई गई तथा गोष्ठी सह परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपस्थित मीसाबंदी के परिजनों को शॉल एवं श्रीफल भेंटकर सम्मानित किया गया। मीसाबंदी स्व.   रामप्रेम दुबे की पुत्री श्रीमती सुमन शर्मा ने बताया कि वह सिर्फ ढाई साल की थीं जब उनके पिता को मीसा एक्ट के तहत बंदी बनाया गया। घर के इकलौते कमाऊ सदस्य को अचानक जेल में डाल देने से पूरे परिवार के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या आ गई थी। श्रीमती शर्मा ने बताया कि उनके पिता को मीसा एक्ट के तहत 19 माह तक जेल में रहे। इसी तरह मीसाबंदी स्व. श्री मुरलीधर वर्मा की पत्नी श्रीमती पुष्पादेवी वर्मा ने बताया कि उनके पति को पुलिस द्वारा तब बंदी बनाया गया, जब वे भोजन कर रहे थे। उन्हें जेल में अनेक तरह की यातनाएं दी गईं। आपातकाल के दंश से उनका परिवार काफी लंबे समय तक प्रभावित रहा। उल्लेखनीय है कि जिले में मीसा एक्ट के तहत कुल चार लोगों को बंदी बनाया गया था, जिनमें स्व.  त्रिलोक सिंह, स्व.   स्वदेश रंजन गुहा, स्व.   मुरलीधर वर्मा तथा स्व.   रामप्रेम दुबे शामिल थे। कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ   हरेश मंडावी, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती तारा ठाकुर, पूर्व विधायक श्रीमती सुमित्रा मारकोले सहित काफी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, अधिकारी-कर्मचारी व महिलाएं उपस्थित थीं।

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03.‘स्कूल आ पढ़े बर, जिनगी ला गढ़े बर’ की तर्ज पर चलाया जा रहा ‘हमर लक्ष्य’ अभियान। बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने कलेक्टर ने जिलेवासियों से की अपील।

—जिले में कलेक्टर   निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में शिक्षा गुणवत्ता में सुधार व समस्त शैक्षणिक समस्याओं का निराकरण के लिए ‘हमर लक्ष्य’ अभियान चलाया जा रहा है। आकांक्षी जिला कांकेर नक्सल प्रभावित आदिवासी बाहुल्य व दुर्गम पहुंचविहीन भौगोलिक परिस्थितियां होने के बावजूद शिक्षा गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो रहा है। जिले में 1590 प्राथमिक विद्यालय, 608 माध्यमिक विद्यालय, 247 हाई एवं हायर सेकेंडरी शासकीय विद्यालय पूर्व से संचालित है। जिले में वर्तमान में शाला त्यागी, अप्रवेशी पलायन करने वाले छात्रों, नवप्रवेशी का चिन्हांकन कर विशेष अभियान चलाकर विद्यालय में प्रवेश दिलाया जाना है। नए शैक्षणिक सत्र 2025-26 में 16 जून 2025 से जिले के सभी विकासखण्डों संकुलों एवं शालाओं में चरणबद्ध शाला प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा है। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने जिले के सभी बच्चों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़कर उन्हें शिक्षित करने की अपील जिलावासियों से की है। अपनी अपील में उन्होंने कहा है कि शाला त्यागी व अप्रवेशी व नव प्रवेशी चिन्हांकित छात्र-छात्राओं को समीप के विद्यालयो में प्रवेश दिलाने की जवाबदारी हम सबकी है। एक भी बच्चा स्कूल जाने से छूट ना पाये, हमें इन बच्चों के साथ-साथ समावेशी शिक्षा के तहत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को भी शिक्षा के मुख्यधारा में जोड़ा जाना है। इसी तारतम्य में 16 जून 2025 से जिले के सभी विकासखंड मुख्यालय के प्रत्येक संकुल क्षेत्र एवं सभी शालाओं में चरणबद्ध मनाया जा रहा है। कलेक्टर ने अपील के माध्यम से बताया कि स्कूल शिक्षा विभाग के प्रयास एवं सभी के सहयोग का ही परिणाम है कि कांकेर जिले में सत्र 2022-23 में 05 छात्र तथा सत्र 2023-24 में 09 छात्रों एवं 2024-25 में 07 छात्रों ने राज्य मेरिट में स्थान बनाया है। कांकेर जिले का पासिंग पर्सेंटेज भी कक्षा 10वीं में 91.05 एवं कक्षा 12वीं में 90.69 रहा है। सत्र 2022-23 में जेईई के 75 छात्र क्वालीफाईड हुए एवं नीट में 82 छात्र क्वालीफाईड हुए हैं, जिसमें से जिला प्रशासन द्वारा 17 छात्रों (¼NIT-03 IIT,09-GGU-05) एवं नीट के 03 छात्रों (MBBS-01, BDS-02) नर्सिंग 09 छात्रों को निःशुल्क प्रवेश दिलाया गया है। उन्होंने बताया कि सत्र 2023 24 में जईई से 33 छात्र तथा नीट से 35 छात्र और 2024-25 में 29 छात्र जेईई में क्वालीफाइड हुए हैं। राष्ट्रीय छात्रवृत्ति परीक्षा में जहां 2023-24 में 526 छात्र एवं 2024-25 में 356 छात्र चयनित हुए हैं वहीं जवाहर नवोदय विद्यालय में 58 छात्र कक्षा 6वीं हेतु चयनित हुए हैं। विगत दो वर्षों से प्रारंभिक स्तर से ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कराई जा रही है। जिला प्रशासन द्वारा जिले के सभी विद्यालयों में ‘नई दिशा’ कैरियर गाईडेंस पत्रिका का प्रकाशन कर उपलब्ध कराया जा रहा है ताकि नोडल शिक्षक के माध्यम प्रारंभ से ही बच्चों को कैरियर गाइडेंस संबंधी जानकारी उपलब्ध कराई जा सके। कलेक्टर श्री क्षीरसागर ने जिलावासियों से अपील की है कि जिले के 05 से 06 वर्ष के बच्चों को बालवाही में तथा 06 से 14 आयु वर्ग के बच्चों को समीप के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश कराया जाना है। इसी प्रकार 15 से 18 आयु संवर्ग के छात्रों को समीप के हाई व हायर सेकेंडरी विद्यालयों में प्रवेश कराया जाना है जो छात्र हाई एवं हायर सेकेंडरी में शाला त्यागी हो ऐसे बच्चों का ओपन परीक्षा के माध्यम से जोड़ने तथा उनकी निरंतरता बनाए रखने हेतु जिले में ‘हमर लक्ष्य’ कार्यकम के तहत अनुरोध कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, ताकि प्रत्येक बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा के जोड़ा जाए। गत सत्र में हमने 201 छात्रों को प्रवेश दिलाकर उन्हें निरंतरता बनाए रखे। दूरस्थ अंचलों में शिक्षकों की कमी को युक्तियुक्तकरण के माध्यम से योग्य व अनुभवी शिक्षकों की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने आगे यह भी बताया कि जिले में आर्थिक रूप से कमजोर पालकों के बच्चों हेतु जिले में आश्रम शालाएं, अंग्रेजी माध्यम विद्यालय, पीएमश्री विद्यालय, एकलव्य विद्यालय, प्रयास आवासीय विद्यालय, 200 सीटर कन्या आवासीय विद्यालय, बालक डॉरमेट्री में निःशुल्क प्रवेश दिलाने का प्रयास है। राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा कक्षा 01 से 10 तक निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, कक्षा 01 से 08 तक क्रमशः गणवेश, प्रधानमंत्री पोषण शक्ति से मध्यान्ह भोजन, कक्षा 9वीं की छात्राओं को सरस्वती सायकल योजना से सायकल उपलब्ध कराई जा रही है। युक्तियुक्तकरण के माध्यम से एकल शिक्षक एवं शिक्षकविहीन शालाओं में प्रशिक्षित एवं योग्य शिक्षकों की पदस्थापना की गई है।इसके अलावा जिले के सभी विद्यालयों में प्रशिक्षित शिक्षक, सुसज्जित प्रयोगशाला, कम्प्यूटर लैब, लायब्रेरी, नोडल शिक्षक के माध्यम से निःशुल्क कोंचिंग की व्यवस्था, आईसीटी द्वारा स्मार्ट क्लास के माध्यम से अध्यापन, प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदाय किया जा रहा है। प्रत्येक स्तर के शाला प्रवेशोत्सव हेतु विस्तृत निर्देश जारी किया गया है तथा अभियान चलाकर शाला प्रवेश उत्सव व अन्य कार्यों में वृहद पैमाने पर पौधरोपण किया जाए। साथ ही उस दिवस न्यौता भोजन का आयोजन भी किया जा सकता है। शिक्षा विभाग के द्वारा पालक-बालक सम्मेलन, माता उन्मुखीकरण सम्मेलन के माध्यम से सीधे पालकां को जोड़कर कार्य करने का लक्ष्य रखा गया है। हमें बच्चों के शिक्षा के साथ-साथ स्वास्थ्य एवं सर्वांगीण विकास पर भी विशेष ध्यान देना है। कलेक्टर ने सभी से अनुरोध किया है कि इस सत्र में जिला प्रशासन का लक्ष्य सभी बच्चों को गुणवत्तापरक शिक्षा प्रदान करने हेतु सामूहिक प्रयास एवं सहयोग की अपेक्षा है।

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04.मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान प्रचार रथ को कलेक्टर ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना।

—जिले में मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का बारहवां चरण आज से 24 जुलाई तक चलाया जाएगा। कलेक्टर   निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने आज जिला कार्यालय परिसर से मलेरिया मुक्त अभियान प्रचार-प्रसार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सांडिया ने बताया कि जिले के विकासखण्ड अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, दुर्गूकोंदल एवं कोयलीबेड़ा के 22 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, 96 उप स्वास्थ्य केन्द्रों के 272 ग्रामों में कुल 125215 जनसंख्या एवं 194 ग्राम पंचायतों एवं अतिसंवेदनशील क्षेत्र को शामिल किया गया है। उन ग्रामों में स्वास्थ्य कर्मी द्वारा घर-घर जाकर सभी व्यक्तियों की खून जांच की जाएगी तथा पॉजिटिव पाये जाने पर तत्काल उपचार किया जाएगा। इस अवसर पर जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.डी.के.रामटेके, जिला मलेरिया सलाहकार श्रीमती मीना शर्मा सहित स्टॉफ उपस्थित थे।

चित्र—  मलेरिया मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान प्रचार रथ को  हरी झंडी दिखा कर रवाना करते जिले के कलेक्टर।

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05.साल्हेटोला को नवीन राजस्व ग्राम घोषित करने हेतु दावा-आपत्ति आमंत्रित।

— छत्तीसगढ़ भू-राजस्व संहिता की धारा 68, 69, 70, 72 तथा 73 के अधीन दी गई शक्तियों का प्रयोग करते हुए कलेक्टर   निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर द्वारा अधिसूचना जारी कर ग्राम पंचायत सारवण्डी प.ह.नं.-08 रा.नि.मं. दुधावा तहसील सरोना में स्थित राजस्व ग्राम सारवण्डी से आश्रितपारा साल्हेटोला को पृथक कर नवीन राजस्व ग्राम घोषित करने हेतु अभिलेखों का प्रारम्भिक प्रकाशन किया गया है। उन्होंने संबंधित अभिलेख ग्राम में चस्पा कर दावा-आपत्ति प्राप्त करने के लिए निर्देशित किया है। यदि किसी को इस संबंध में आपत्ति हो तो वह अपनी दावा-आपत्ति 30 दिनों के भीतर तहसीलदार के माध्यम से प्रभारी अधिकारी भू-अभिलेख के समक्ष प्रस्तुत कर सकते हैं।

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06.जिले में अब तक 1081 मिलीमीटर वर्षा दर्ज। सबसे कम वर्षा कांकेर तहसील में तथा सबसे अधिक बांदे तहसील में।

—जिले में 01 जून से अब तक कुल 1081 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। कलेक्टर कार्यालय की भू-अभिलेख शाखा से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक सर्वाधिक वर्षा बांदे तहसील में 265.3 मिलीमीटर तथा सबसे कम कांकेर तहसील में 28.6 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। इसी प्रकार भानुप्रतापपुर तहसील में 79.2 मिलीमीटर, दुर्गूकोंदल में 93.2 मिलीमीटर, चारामा़ में 64.1, अंतागढ़ में 143.8, पखांजूर में 105.7, नरहरपुर में 87.2, सरोना में 51.6, आमाबेड़ा में 107 और कोयलीबेड़ा में 55.3 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज की गई है। पिछले 24 घंटे में बांदे तहसील में सबसे अधिक 124.2 मिलीमीटर और कांकेर तहसील में सबसे कम 9.7 मिलीमीटर वर्षा आंकी गई है।

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07.विकासखंड दुर्गूकोंदल के पीएम श्री सेजस दुर्गूकोंदल में 16 जून से नया शिक्षा सत्र प्रारंभ होने के पश्चात पूरे प्रदेश सहित ब्लॉक के समस्त शालाओ में प्रवेशोत्सव मनाया जा रहा है, वहीं आज शासकीय स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल दुर्गूकोंदल में प्रवेशोत्सव एवं न्योता भोज का आयोजन किया गया।

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08. तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा डिप्लोमा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए प्रथम चरण में प्रवेश के पश्चात रिक्त सीटों के लिए पंजीयन 26 से 29 जून तक होगा। अभ्यर्थी निर्धारित तिथि के भीतर आधिकारिक वेबसाइट cgdteraipur.cgstate.gov.in/cgdte.admissions.nic.in पर जाकर ऑनलाइन पंजीयन कर सकते हैं। शासकीय पॉलिटेक्निक के प्राचार्य ने जानकारी दी है कि परिणाम की घोषणा 04 जुलाई को होने के बाद प्रवेश की प्रक्रिया 05 से 08 जुलाई तक चलेगी। सभी छात्र निर्धारित तिथि में आबंटित संस्था में उपस्थित होकर प्रवेश ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि शासकीय पॉलीटेक्निक कांकेर में तीन शाखाओं में डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित हैं, इनमें सिविल इंजीनियर, मेकेनिकल इंजीनियर और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेलीकम्युनिकेशन शामिल है। इस संस्था में छात्राओं के लिए शिक्षण शुल्क पूर्णतः निःशुल्क है। छात्रों की सुविधा के लिए संस्था में सुविधा केंद्र की स्थापना की गई है, जहां ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा। पंजीयन शुल्क 200 रुपए है, जिसे ऑनलाइन माध्यम से ही भुगतान करना होगा। पंजीयन के समय पीपीटी का स्कोर कार्ड, 10वीं, 12वीं और आईटीआई की अंकसूचियां, निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, दिव्यांग प्रमाण यदि लागू हो तो रखना है। इसके अलावा जिले के मूल निवासी बिना पीपीटी परीक्षा के भी प्रवेश हेतु पात्र हैं। इसी प्रकार तृतीय चरण के लिए 10 से 13 जुलाई एवं प्रवेश 

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09.विकासखंड नरहरपुर के देवरीबालाजी में चार दिवसीय हनुमंत कथा एवं हनुमान  महोत्सव 24 जून से चल रहा है‚ जिसका समापन 27 जून को होगा। नीतराज साहू कथावाचक हैं। आयोजन समिति के जगदीश नरेटी‚अर्जुन शरण कश्यप‚ योगेंद्र चक्रधारी‚महावीर मरकाम‚ घनश्याम साहू एवं विवेक मरकाम आयोजन में लगे हैं।

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10. जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कांकेर द्वारा जिले में निवासरत अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के बेरोजगार युवक-युवतियों से स्वयं का रोजगार स्थापित करने के लिए 10 जुलाई तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। बैंक प्रवर्तित योजनांतर्गत अनुसूचित जाति वर्ग के लिए अंत्योदय स्वरोजगार योजना और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आदिवासी स्वरोजगार योजना के तहत् ऋण प्रदाय किया जाएगा।
जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति के कार्यपालन अधिकारी ने बताया कि ऋण प्राप्त करने हेतु आवेदक को संबंधित जाति वर्ग तथा जिले का मूल निवासी होना चाहिए। आवेदक की पारिवारिक वार्षिक आय शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्र में 01 लाख 50 हजार रूपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। साथ ही राजस्व अधिकारी द्वारा प्रमाण-पत्र जारी नहीं होने पर सरपंच एवं पटवारी द्वारा जारी प्रमाण-पत्र मान्य होगा। आवेदक की उम्र 18 से 50 वर्ष के बीच होनी चाहिए। इच्छुक आवेदक को जन्मतिथि दर्शित पांचवी, आठवीं व दसवीं की अंकसूची, आधार कार्ड, पैन कार्ड, राशन कार्ड एवं मतदाता परिचय पत्र, 02 पासपोर्ट साईज की फोटो, बैंक पासबुक की छायाप्रति के साथ 10 रूपए के स्टाम्प पर किसी भी बैंक या वित्तीय संस्था से ऋण अनुदान का लाभ नहीं लेने का शपथ पत्र प्रस्तुत करना अनिवार्य है। उपरोक्त पात्रता एवं शर्तें रखने वाले आवेदक जिला अंत्यावसायी सहकारी विकास समिति कांकेर, कलेक्ट्रेट कम्पोजिट भवन के प्रथम तल, कक्ष क्रमांक 06 में 10 जुलाई तक कार्यालयीन समय में आवेदन पत्र जमा कर सकते हैं।

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 —-शुभ रात्रि ——— 

 

टीप — खबर लिखे जाने अभी तक हमारे पास किसी अप्रिय घटना दुर्घटना की खबर नहीं है।🙏
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