आज की टॉप 10 खबर 16 जून 2025 सोमवार

कांकेर टॉप 10 अब पढें विस्तार से….
16 जून 2025 सोमवार

✍️मनोज जायसवाल

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 01. एनजीटी के नियमों के अनुसार  देशभर में नदियों से रेत उत्खनन बंद। छत्तीसगढ के तारतम्य विचारणीय जहां यहां के राजनांदगांव में  गोलीकाण्ड का काला दिन सामने आया। राज्य शासन द्वारा यहां के खनिज अधिकारी को हटाया गया।  कानाफुंसी कि कुछ और जगह के…! खैर ǃ सर्वाधिक चर्चा में रहने वाले चारामा विकासखंड के महानदी घाटों में अवैध उत्खनन बंद है‚पर यहां भी खनिज अधिकारी के आदेश का शायद पूर्णतः पालन नहीं हो रहा है‚ और तो और अभी इस वक्त देख लें कि महानदी में उजाला है कि नहीं।उजाला चैन माउंटेन का तो नहीॽ

02. कल  चारामा विकासखंड के गावों में झमाझम बारिश हुई। मानसुनी बारिश है‚लेकिन आज दिन भर बादल आते जाते रहे और अभी उमस भी बरकरार। बरसाती कीडे से आम लोग परेशान।

03. चारामा में वायरल वीडियो की चर्चा जरूर पर सरोकार नहीं। लेकिन अब अपनों के बीच से  निकलने वाले वीडियो स्वरूप मोबाईल पर जरूर एलर्ट रहेंगे।

04. कांकेर जिले में मत्स्याखेट 15 अगस्त तक पूर्णतः प्रतिबंध लगा।

-मत्स्य संचालनालय छत्तीसगढ़ के निर्देशानुसार वर्षा ऋतु में मछलियों की वंश-वृद्धि (प्रजनन) के लिए संरक्षण देने के लिए जिले के जलाशयों, जल स्त्रोतों, नदियों-नालों तथा छोटी नदियों, सहायक नदियों और तालाबों में 16 जून से 15 अगस्त तक की अवधि को ”बंद ऋतु (क्लोज सीजन)“ घोषित किया गया है। इस दौरान सभी प्रकार का मत्स्याखेट 15 अगस्त 2025 तक पूर्णतः निषिद्ध रहेगा।सहायक संचालक मछलीपालन ने बताया कि इन नियमों का उल्लंघन करने पर छत्तीसगढ़ राज्य मत्स्य क्षेत्र (संशोधित) अधिनियम के नियम-3 (5) के अन्तर्गत अपराध सिद्ध होने पर एक वर्ष का कारावास अथवा 10 हजार रूपये का जुर्माना अथवा दोनों एक साथ होने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि उक्त नियम केवल छोटे तालाब या अन्य जल स्त्रोत जिनका संबंध किसी नदी नाले से नहीं है, अतिरिक्त जलाशयों में किये जा रहे केज कल्चर में लागू नहीं होगा।अन्य प्रांतों से मछली आयात कर विक्रय करने में शासन द्वारा कोई प्रतिबंध नहीं है, तथापि ऐसी मछली के परिवहन-विक्रय दौरान मछली आयात संबंधी पर्याप्त साक्ष्य अवश्य रखें। जिस राज्य से मछली आयात की गई है, उस राज्य के मछली पालन विभाग द्वारा लागू नियमों का पालन भी सुनिश्चित किया जाए।

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05नवीन शैक्षणिक सत्र में हर्षोल्लास से मनाया गया शाला प्रवेशोत्सव। 

-नवीन शैक्षणिक सत्र 2025-26 का आज से आगाज हो गया है। जिले में संचालित सभी शासकीय विद्यालयों में नवीन शैक्षणिक सत्र में हर्षोल्लास के साथ शाला प्रवेशोत्सव मनाया गया। आज विद्यालयों में नवप्रवेशी व शाला त्यागी छात्रों को गणवेश, पाठ्यपुस्तक, चंदन तिलक, मिठाई, पुष्पहार से स्वागत किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि डोर टू डोर बैठक का आयोजन कर विद्यालय में शाला त्यागी एवं नवप्रवेशी बच्चों को शिक्षा के मुख्यधारा में जोड़ा जाएगा। इसके अलावा जिले में संचालित समस्त शासकीय समस्त विद्यालयों के संकुल समन्वयकों, संकुल प्राचार्यों व प्रधानाध्यापकों की बैठक लेकर विद्यालय परिसर की साफ-सफाई, रंग-रोगन, शिक्षकों की समय पर उपस्थिति, पाठ्य पुस्तकों व गणवेशों की उपलब्धता, मध्यान्ह भोजन का संचालन, शौचालय, पेयजल की समुचित व्यवस्था एवं स्वस्थ वातावरण बनाए जाने हेतु निर्देशित किया।उन्होंने बताया कि जिले के पहुंचविहीन क्षेत्रों एकल शिक्षकीय व शिक्षकविहीन विद्यालयों में भी योग्य व प्रशिक्षित शिक्षकों की व्यवस्था की गई है। जिले के सभी विद्यालयों में प्रारंभिक तैयारी की जा चुकी है, शाला प्रवेश उत्सव के दौरान सभी शासकीय विद्यालयों में न्यौता भोज का आयोजन किया जा रहा है। साथ ही शाला प्रवेश उत्सव में जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, सभी पालकों व शिक्षाविद आदि को आमंत्रित किया गया है। इसका लक्ष्य एक भी छात्र विद्यालय से वंचित न हो, इसके लिए मुख्यमंत्री शिक्षा गुणवत्ता अभियान के तहत माह जुलाई से ही शिक्षकों की रोस्टरवार प्रशिक्षण सह बैठक का जिले की कार्ययोजना को मूर्त रूप देने हेतु आयोजित किया जाएगा। इस अवधि में जिले का लक्ष्य शाला त्यागी, नवप्रवेशी छात्रों का चिन्हांकन कर प्रवेश दिया जा रहा है। इस कार्य में विद्यालय परिवार के साथ-साथ पालकों व पंचायतों का भी सहयोग लिया जा रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी ने यह भी बताया कि जिले में संचालित समस्त प्राथमिक, माध्यमिक हाई एवं हायर सेकण्डरी विद्यालयों में मरम्मत योग्य शाला भवनों का चिन्हांकन किया जा चुका है। इन विद्यालयों के मरम्मत एवं जीर्णोद्धार कराने का प्रस्ताव डीएमएफ में रखा गया है तथा अति आवश्यक शौचालय मरम्मत एवं लघु मरम्मत हेतु विद्यालयों का चिन्हांकन कर राशि जारी की जा रही है। जिले के कम से कम 500 से अधिक विद्यालयों के शौचालय मरम्मत की कार्ययोजना है तथा 300 से अधिक लघु मरम्मत कराने व 250 से अधिक अतिजर्जर शाला भवनों की मरम्मत भी कराई जाएगी।

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06.डायरिया रोको अभियान 31 जुलाई तक । प्रचार-प्रसार रथ को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना।

-कलेक्टर  निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के निर्देशानुसार एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश शांडिया के मार्गदर्शन में स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिले में डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा (स्टॉप डायरिया कैम्पेन) का आयोजन 31 जुलाई के मध्य किया जाएगा। इसी कड़ी में आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सांडिया द्वारा प्रचार-प्रसार रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि 05 वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु का एक मुख्य कारण डायरिया भी है, जिसके शीघ्र निदान एवं उपचार से शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सकती है। डायरिया नियंत्रण पखवाड़ा के दौरान मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं ए.एन.एम. के द्वारा घर-घर जाकर जिले के 05 वर्ष तक के कुल 85813 बच्चों के घरों में ओ.आर.एस पैकेट का वितरण किया जाएगा तथा इसके उपयोग के संबंध में सलाह भी दी जाएगी। डायरिया प्रभावित बच्चों का चिन्हांकन कर जिंक टेबलेट एवं ओ.आर.एस पैकेट दिया जायेगा और ओ.आर.एस. घोल बनाने एवं पीने की विधि बताई जाएगी। डायरिया से प्रभावित 02 माह से 06 माह तक के बच्चों को आधी जिंक की गोली व 06 माह से 05 वर्ष तक के बच्चों को पूरी जिंक की गोली 14 दिनों की खुराक देने की सलाह दी जाएगी तथा माता-पिता अथवा पालक को निर्जलीकरण के लक्षणों के बारे में बताया जाएगा। इसके अलावा स्कूलां में शिक्षकों द्वारा छात्रों को हाथ धोने की विधि भी बताई जाएगी। साथ ही ग्रामीण स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस के दौरान गर्भवती माताओं को प्रसव के एक घंटे के अंदर स्तनपान कराने की सलाह तथा अत्यंत दस्त से गंभीर बच्चों को निःशुल्क 102 एवं 108 डॉयल कर एम्बुलेंस सेवा का उपयोग कर निकट के अस्पताल में उपचार हेतु ले जाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।

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07.धरती आबा शिविर का आयोजन 17 से 30 जून तक। जिले के 60 गांवों के लिए धरती आबा शिविर तिथि निर्धारित।

-धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत राष्ट्रव्यापी जागरूकता सह लाभ संतृप्ति अभियान के तहत राज्य, जिला, विकासखण्ड एवं ग्राम क्लस्टर स्तरीय आईईसी कैम्पेन आयोजित किया जा रहा है। निर्धारित तिथि अनुसार जिले के 60 क्लस्टरों में 17 से 30 जून तक शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसी कड़ी में 17 जून मंगलवार को विकासखण्ड कांकेर के ग्राम पंचायत माकड़ीखूना, चारामा के तुएगहन, नरहरपुर के थानाबोड़ी, दुर्गूकांदल के परभेली और साधुमिचगांव, अंतागढ़ के भैंसासुर तथा कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के ग्राम पंचायत आकमेटा में शिविर का आयोजन किया जाएगा। इसी तरह 18 जून को विकासखण्ड दुर्गूकोंदल के क्लस्टर चिखली और पेड़ावारी में, चारामा के मैनखेड़ा, नरहरपुर के अमोड़ा, भानुप्रतापपुर के कुल्हाड़कट्टा, अंतागढ़ के मण्डागांव तथा कोयलीबेड़ा में शिविर लगाया जाएगा। 19 जून को चारामा के मरकाटोला, नरहरपुर के भनसुली, भानुप्रतापपुर के मुंगवाल, दुर्गूकोंदल एवं तरहुल, अंतागढ़ के पोड़गांव एवं कोयलीबेड़ा के बांदे में। इसी तरह 20 जून को विकासखण्ड कांकेर के किरगोली, चारामा के कोटतरा, नरहरपुर के अभनपुर, भानुप्रतापपुर के डोंगरगांव, दुर्गूकोंदल के गांडपाल व कोदापाखा, अंतागढ़ के कलेपरस तथा कोयलीबेड़ा के मंडागांव में शिविर आयोजन किया जाएगा।अभियान अंतर्गत 23 जून को कांकेर के तेलावट, चारामा के गोटीटोला, नरहरपुर के बुदेली, भानुप्रतापपुर के कराठी, दुर्गूकोंदल के भीरावाही, कोयलीबेड़ा के ईरपानार में, 24 जून को कांकेर के कापसी, चारामा के खैरखेड़ा, नरहरपुर के सारवंडी, भानुप्रतापपुर के फरसकोट, दुर्गूकोंदल के कोड़ेकुर्से, अंतागढ़ के मंगता और कोयलीबेड़ा के भिंगीडार में, 25 जून को कांकेर के इच्छापुर, चारामा के खरथा, नरहरपुर के मावलीपारा, भानुप्रतापपुर के तरांदुल, दुर्गूकांदल के बरहेली, अंतागढ़ के आमाबेड़ा तथा कोयलीबेड़ा के उदनपुर में संतृप्ति शिविर का आयोजन किया जाएगा। 26 जून को विकासखण्ड चारामा के पलेवा, नरहरपुर के लेंडारा, भानुप्रतापपुर के साल्हे, अंतागढ़ के आलानार, कोयलीबेड़ा के छोटेकापसी में। 27 जून को कांकेर के मोहपुर, चारामा के रानीडोंगरी, भानुप्रतापपुर के कनेचुर, कोयलीबेड़ा के उदयपुर और 30 जून को चारामा विकासखण्ड के ढ़ेड़कोहका और कोयलीबेड़ा के क्लस्टर गोंडाहूर में शिविर आयोजित की जाएगी। कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर ने उक्त आयोजन की तैयारी के लिए जिला स्तर के अधिकारियों को निर्देशित किया है। साथ ही जनजातीय समुदायों को पात्रतानुसार शासकीय योजनाओं का त्वरित लाभ दिलाने कहा है।

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08.आम जनता एवं पीड़ित की समझ के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस की कार्य प्रणाली से उर्दू-फारसी के कठिन शब्दों की जगह उपयोग होगी सरल हिंदी- गृहमंत्री विजय शर्मा।

09.प्रदेश की पुलिस व्यवस्था को और अधिक जनसुलभ, पारदर्शी और संवादात्मक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री  विजय शर्मा के निर्देश के पश्चात अब राज्य की पुलिस कार्यप्रणाली में प्रयुक्त होने वाले कठिन, पारंपरिक एवं आम नागरिकों की समझ से बाहर उर्दू-फारसी शब्दों को हटाकर उनकी जगह पर सहज और प्रचलित हिंदी शब्दों का उपयोग किया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री   विजय शर्मा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि आम नागरिक जब किसी शिकायत, अपराध सूचना अथवा अन्य कार्य से थाने जाता है, तो वह अक्सर पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर या अन्य दस्तावेजों की भाषा को लेकर असमंजस में रहता है। अन्य भासाओ के शब्द आम लोगों के लिए अनजाने होते हैं, जिससे वे न तो अपनी बात ठीक से समझा पाते हैं और न ही पूरी प्रक्रिया को ठीक से समझ पाते हैं। उन्होंने कहा कि यदि पुलिस का उद्देश्य नागरिकों की सहायता और सुरक्षा है, तो उसकी भाषा भी ऐसी होनी चाहिए जो नागरिकों की समझ में आए और उनके विश्वास को बढ़ाए।

उपमुख्यमंत्री के निर्देशानुसार पुलिस महानिदेशक द्वारा सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया है, जिसमें स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया है कि पुलिस की व्यवहारिक कार्यवाहियों में प्रयुक्त कठिन, पारंपरिक शब्दों को सरल और स्पष्ट हिंदी में बदला जाए। इसके लिए एक शब्द सूची भी तैयार की गई है, जिसमें पुराने कठिन शब्दों के स्थान पर उपयोग किए जाने योग्य सरल विकल्प सुझाए गए हैं।

इस पत्र में यह भी निर्देशित किया गया है कि सभी अधीनस्थ अधिकारियों को इस विषय में अवगत कराया जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाए कि यह आदेश केवल औपचारिकता भर न रहे, बल्कि इसका वास्तविक कार्यान्वयन प्रदेश की प्रत्येक पुलिस चौकी, थाने और कार्यालय में दिखे।

छत्तीसगढ़ पुलिस अब केवल कानून का पालन कराने वाली संस्था न होकर जनसंवाद का माध्यम भी बनेगी। भाषा के इस सरलीकरण से शिकायतकर्ता को अपनी बात स्पष्ट रूप से कहने, सुनने और समझने में सुविधा होगी। एफआईआर जैसी प्रक्रिया, जो अब तक केवल अधिवक्ताओं या पुलिस कर्मियों की समझ में आती थी, वह अब आम नागरिक के लिए भी बोधगम्य हो सकेगी।

1 अदम तामील-सूचित न होना
2 इन्द्राज -टंकन
3 खयानत-हड़पना
4 गोश्वारा-नक्शा
5 दीगर-दूसरा
6 नकबजनी -सेंध
7 माल मशरूका लूटी-चोरी गई सम्पत्ति
8 मुचलका-व्यक्तिगत बंध पत्र
9 रोजनामचा-सामान्य दैनिकी
10 शिनाख्त-पहचान
11 शहादत-साक्ष्य
12 शुमार-गणना
13 सजायाफ्ता- दण्ड प्राप्त
14 सरगना -मुखिया
15 सुराग -खोज
16 साजिश -षडयंत्र
17 अदालत दिवानी -सिविल न्यायालय
19 फौजदारी अदालत- दांडिक न्यायालय
20 इकरार नामा -प्रतिज्ञापन
21 बनाम विक्रय -पत्रक
22 इस्तिफा -त्याग-पत्र
23 कत्ल-हत्या
24 कयास -अनुमान
25 खसरा क्षेत्र- पंजी
26 खतौनी -पंजी
27 गुजारिश -निवेदन
28 जब्त -कब्जे में लेना
29 जमानतदार -प्रतिभूति दाता
30 जमानत -प्रतिभूति
31 जरायम- अपराध
32 जबरन -बलपूर्वक
33 जरायम पेशा -अपराधजीवी
34 जायदादे मशरूका -कुर्क हुई सम्पत्ति
35 दाखिलखारिज- नामांतरण
36 सूद -ब्याज
37 हुजूर -श्रीमान/महोदय
38 हुलिया -शारीरिक लक्षण
39 हर्जाना क्षति-प्रतिपूर्ति
40 हलफनामा-शपथ-पत्र
41 दफा- धारा
42 फरियादी -शिकायतकर्ता
43 मुत्तजर्रर -चोट
44 इत्तिलानामा- सूचना पत्र
45 कलमबंद करना -न्यायालय के समक्ष कथन
46 गैरहाजिरी -अनुपस्थिति
47 चस्पा- चिपकाना
48 चश्मदीद- प्रत्यक्षदर्शी
49 जलसाजी- कूटरचना
50 जिला बदर -निर्वासन
51 जामतलाशी -वस्त्रों की तलाशी
52 वारदात- घटना
53 साकिन- पता
54 जायतैनाती- नियुक्ति स्थान
55 हाजा स्थान-परिसर
56 मातहत -अधीनस्थ
57 जेल हिरासत -कब्जे में लेना
58 फौती -मृत्यु सूचना
59 इस्तगासा- छावा
60 मालफड -जुआ का माल मौके पर बरामद होना
61 अर्दली -हलकारा
62 किल्लत मुलाजमान- कर्मगण की कमी
63 तामील कुनन्दा- सूचना करने वाला
64 इमदाद -मदद
65 नजूल -राज भूमि
66 फरार -भागा हुआ
67 फिसदी- प्रतिशत
68 फेहरिस्त -सूची
69 फौत- मृत्यु
70 बयान- कथन
71 बेदखली-निष्कासन
72 मातहत- अधीन
73 मार्फत- द्वारा
74 मियाद -अवधी
75 रकबा-क्षेत्रफल
76 कास्तकार- कृषक
77 नाजिर -व्यवस्थापक
78 अमीन राजस्व -कनिष्ठ अधिकारी
79 राजीनामा -समझौता पत्र
80 वारदात -घटना
81 संगीन -गंम्भीर
82 विरासत -उत्तराधिकार
83 वसियत- हस्तांन्तरण लेख
84 वसूली -उगाही
85 शिनाख्त- पहचान
86 सबूत साक्ष्य-प्रमाण
87 दस्तावेज- अभिलेख
88 कयास -अनुमान
89 सजा -दण्ड
90 सनद -प्रमाण पत्र
91 सुलहनामा-समझौता पत्र
92 अदम चौक- पुलिस असंज्ञेय हस्ताक्षेप, अगोग्य अपराध की सूचना
93 कैदखाना- बंदीगृह
94 तफतीश/तहकीकात -अनुसंधान/जाँच/विवेचना
95 आमद/रवाना/रवानगी-आगमन, प्रस्थान
96 कायमी-पंजीयन
97 तेहरीर- लिखित या लेखीय विवरण
98 इरादतन- साशय
99 खारिज/खारिजी/रद्द निरस्त/निरस्तीकरण
100 खून आलुदा रक्त-रंजित/रक्त से सना हुआ
101 गवाह/गवाहन- साक्षी/साक्षीगण
102 गिरफ्तार/हिरासत -अभिरक्षा
103 तहत् -अंतर्गत
104 जख्त, जख्मी, मजरूब -चोट/घाव घायल/आहत
105 दस्तयाब -खोज लेना/बरामत
106 मौका ए वारदात-घटना स्थल
107 परवाना- परिपत्र/अधिपत्र
108 फैसला- निर्णय
109 हमराह -साथ में

10. युक्तियुक्तकरण के चलते तकरीबन 20 शिक्षकों ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की है कि अभी उन्हें यत्र तत्र ना किया जाये। जब तक माननीय कोर्ट की सुनवाई न हो उन्हें  पदस्थापना शाला में रखी जाय। मांग को लेकर खण्ड शिक्षा कार्यालय चारामा में आवेदन सौंपा है।

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शुभ रात्रि ……….

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टीप — खबर लिखे जाने अभी तक हमारे पास किसी अप्रिय घटना दुर्घटना की खबर नहीं है।🙏
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