
कांकेर टॉप 10 अब पढें विस्तार से….
11 जून 2025 बुधवार
✍️मनोज जायसवाल
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-विशेष-
– पांच जुन को आने वाला मानसून का अभी तक अतापता नहीं है‚अलबत्ता आम लोग गर्मी‚उमस से झुलस रहे हैं। लोगों को ऐसा लगने लगा है कि शायद अभी नवतपा लगा है। किसान खरीफ फसल के लिए अभी तक मन नहीं बना पा रहे हैं। इस बार किसानों को अभी से ऐसा लग रहा है कि खाद की किल्लत जायेगी‚क्योंकि अभी से दोगुने दामों पर युरिया एवं अन्य खाद मजबूरी से खरीद रहे हैं‚तो कई जगह खाद ही नहीं मिल रहा है।चारामा विकासखंड के शाहवाडा‚कुरना क्षेत्र में रबी फसल लेने के बाद अग्रणी किसानों ने अभी से थरहा डाल दिया है‚लेकिन अमूमन किसान अभी बीज भी नहीं खरीद पाए हैं। रबी फसल में लगातार ट्युबवेल चलाये जाने के चलते जल स्तर अत्यंत नीचे चला गया है‚जिसके चलते नये ट्युबवेल फैल हो रहे हैं। इसे देखते लोगों ने बोर कराना बंद कर दिया है।यही कारण है कि अभी गावों में बोर मशीनों की आवाज सुनाई नहीं दे रही है।
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01. छत्तीसगढ बेवरेज कॉरर्पोरेशन के नव नियुक्त अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी के नियुक्ति उपरांत प्रथम बार कांकेर नगर आगमन पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने जोशिला स्वागत किया गया। नगर पालिका अध्यक्ष अरूण कौशिक सहित अन्य दिखायी दे रहे हैं। चारामा नगर में भी कार्यकर्ताओं द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
02.भानुप्रतापपुर परिवहन संघ के सदस्यों की मांगे नहीं माने जाने पर आत्मदाह की चेतावनी दी जा रही है। परिवहन संघ द्वारा माइंस प्रबंधन को लेकर अनिश्चित कालीन आंदोलन शुरू किया गया था, पर कई दिन बीत जाने के बाद संघ के सदस्यों ने आज से भूख हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।
03.वनपरिक्षेत्र सरोना अंतर्गत आछी डोंगरी में तेंदुवे को वन विभाग ने किया पिंजरे में कैद आदमखोर तेंदुवे ने अब तक पांच बच्चों पर हमला कर चुकी है
04. कांकेर नगर में हिंदु संगठन बजरग दल द्वारा इंदिरा गांधी मेडिेकल कालेज में स्वास्थ्य सेवाओं को दुरूस्त करने एवं नगर के मदर मैरी अस्पताल अस्पताल को सील किये जाने इस अस्पताल के नवीनीकरण नहीं किये जाने का आरोप लगाते हुए पुतला जलाया। प्रदर्शन में कहा गया कि मदर मैरी अस्पताल अव्यवस्था के चलते हमेशा सुर्खियों में रहता है। प्रदर्शन में पुलिस से झडप भी हुई।
05. आज भानुप्रतापपुर की विधायक श्रीमती सावित्री मंडावी ने कबीर जयंती के अवसर पर चारामा विकासखंड के परसोदा कार्यक्रम में शामिल हुई।
06. सहारा इंडिया कंपनी का चारामा विकासखंड में जिनका 50 हजार या कम है‚की राशि सहारा रिफंड पोर्टल में अपलोड करने के बाद 45 दिन से भी अधिक दिनों में आ रही है। चारामा नगर में अधिक राशि वालों में कई लोगों का लाखों रूपये लगा हुआ है‚जो सालों से चिंतित नजर आ रहे हैं।
07.युक्तियुक्तकरण से एकल शिक्षकीय स्कूलों में लौटेगी रौनक। जिले के दूरस्थ क्षेत्र की शिक्षकविहीन शालाओं में बिखरेगी शिक्षा की रोशनी
–राज्य शासन के दिशा निर्देशों के तहत जिले में युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया पूरी हो गई है। स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शालाओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से जिले में निश्चित तौर पर शिक्षकों की समस्या दूर हुई है। वहीं शाला भवनों के युक्तियुक्तकरण से भी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा। काउंसलिंग के बाद शिक्षकविहीन स्कूलों में पदस्थापना कर शिक्षकों की पूर्ति की गई है, जिसके चलते जिले में पदस्थापना के बाद कोई भी स्कूल अब शिक्षकविहीन नहीं रह गया है। दूरस्थ एवं वनांचल क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में शिक्षा की गुणवत्ता लाने शासन की युक्तियुक्तकरण की नीति मील का पत्थर साबित हुई।जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर और समावेशी बनाने के लिए शालाओं और शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण स्कूल शिक्षा विभाग के निर्देशों के अनुरूप किया गया। उन्हांने बताया कि जिले में युक्तियुक्तकरण के पूर्व एकल शिक्षकीय प्राथमिक शालाओं की संख्या 347 और हाईस्कूल की संख्या 01 थी, इनमें अतिशेष शिक्षकों को शिक्षक विहीन एकल शिक्षकीय एवं आवश्यकता वाले संस्थाओं में कांउसलिंग के उपरांत पदस्थापना दी गई। इस प्रक्रिया का लाभ जिले के सभी शिक्षकविहीन विद्यालयों को मिला। उन्होंने बताया कि एक ही परिसर में विद्यालयों अथवा निकट में दो या दो से अधिक शालाएं संचालित हैं ऐसी शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया गया। इससे बच्चों के शैक्षणिक गुणवत्ता की दृष्टि से सुधार हो ताकि छात्रों को विद्यालय आने जाने में किसी प्रकार का कोई असुविधा उत्पन्न न हो सके। साथ ही माध्यमिक, हाईस्कूल तथा उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों में विषयवार शिक्षक की पूर्ति हुई है। इस प्रकार सभी को समान शिक्षा की सुलभता हेतु राज्य सरकार द्वारा की गई ऐतिहासिक पहल से शिक्षकविहीन, एकल शिक्षकीय शालाओं की रौनक लौट आई है।
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08. जिले के लोगों ने गंगरेल जलाशय में मछली ठेका ले रखा था‚ पर वे सब घाटे में बताये जाते हैं।क्योंकि कैचमेंट क्षेत्र में सख्ती के बाद भी चोरी हो रहे हैं।
09.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “विकसित भारत 2047” के विजन को साकार करने के उद्देश्य से छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने चिकित्सा और सामुदायिक विकास दोनों क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बैठक लेकर समीक्षा की। मंत्री श्री जायसवाल ने आज कांकेर जिले के नांदनमारा स्थित इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय में आयोजित स्वशासी समिति की बैठक लेकर कॉलेज की कार्यप्रणाली, आधारभूत ढांचे और चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता पर विस्तार से चर्चा की। मंत्री ने साफतौर पर निर्देश दिए कि सरकारी मेडिकल कॉलेजों को इस रूप में विकसित किया जाए कि वे जनता की पहली पसंद बनें। उन्होंने कहा कि बाह्य रोगी विभाग व अंतःरोगी सेवाओं में संवेदनशीलता और उत्कृष्टता लाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। “जनता को केवल इलाज नहीं, बल्कि सम्मान और संवेदना भी मिले, यही हमारी चिकित्सा व्यवस्था की पहचान होनी चाहिए,” स्वास्थ्य मंत्री श्री जायसवाल ने चिकित्सा अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि विभाग का उद्देश्य सिर्फ उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराना ही नहीं है, अपितु आमजनता के प्रति संवेदनशीलता और उन्हें सम्मान भी मिले। स्वास्थ्य मंत्री ने विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए शैक्षणिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देने पर जोर दिया। बैठक में स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया ने कॉलेज में पारदर्शिता, डिजिटल उपस्थिति प्रणाली, स्टाफ की नियमित नियुक्ति और उत्तरदायित्व तय करने के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ शासन चिकित्सा शिक्षा विभाग की आयुक्त श्रीमती शिखा राजपूत तिवारी, सांसद भोजराज नाग, कांकेर विधायक आशाराम नेताम, मछुआ कल्याण बोर्ड अध्यक्ष भरत मटियारा, हस्तशिल्प बोर्ड अध्यक्ष श्रीमती शालिनी राजपूत एवं अधिष्ठाता डॉ. खान, कलेक्टर नीलेशकुमार महादेव क्षीरसागर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश सांडिया, अस्पताल अधीक्षक डॉ. विमलचंद भगत, उपसंचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ. महेंद्र सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि, मेडिकल कॉलेज के स्टॉफ उपस्थित रहे।
10.नर्सों को अब जल्द मिलेगा नर्सिंग ऑफिसर पदनाम – विभागीय मंत्री ने दिया आश्वाशन।
-छत्तीसगढ़ प्रदेश नर्सेस एसोसिएशन का प्रतिनिधि मंडल गत दिनों विभागीय मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल से मिला जिसमें उनकी प्रमुख मांगों में एक थी वेतन विसंगति जो अन्य राज्यों में और केंद्र में नर्सों का ग्रेड पे वेतन मान छत्तीसगढ़ की तुलना में बहुत ज्यादा है अर्थात ग्रेड पे रु 4200 से 4800 तक है लेकिन वहीं छत्तीसगढ़ में नर्सों का ग्रेड पे वेतन मान प्रशिक्षण अवधि और शैक्षणिक योग्यता तथा कार्य की प्रकृति के मामले बहुत ही कम ,(रु 2800 )है जो अन्य राज्यों की और केंद्र की तुलना में बहुत कम है।जिसे केंद्र के समान या अन्य राज्यों की तरह वेतनमान ग्रेड पे छत्तीसगढ़ में भी नर्सों को देने की मांग की गई है ।वहीं दूसरी प्रमुख मांगों में नर्सों का पदनाम बदलकर नर्सिंग ऑफिसर किया जाने की मांग नर्सों ने रखी है ।प्रदेश अध्यक्ष सुमन शर्मा और प्रांतीय संयुक्त सचिव माया भारती ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि नर्सिंग ऑफिसर पदनाम का संचालक द्वारा अनुमोदन सहित प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है ।जिसके संबंध में नर्सेस एसोसिएशन ने अवर सचिव को भी पत्र लिखकर एवं मिलकर जल्द नर्सिंग ऑफिसर पदनाम का आदेश जारी करने के लिए अनुरोध किया है आज माननीय स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल जी ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्यवाही करते हुए शासन को पत्र भेजकर जल्द से जल्द नर्सिंग ऑफिसर पदनाम की सौगात नर्सों को जल्द देने का नर्सेस एसोसिएशन के प्रतिनिधि मंडल को ठोस आश्वाशन दे दिया है।नर्सेस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने माननीय स्वास्थ्य मंत्रीजी के के ठोस आश्वाशन पर आभार जताया और प्रसन्नता जाहिर की और कहा कि अब वर्षों से जिस सम्मानजनक पदनाम का नर्सेस को इंतजार था समाप्त होने वाला है बहुत जल्द लिखेंगे नर्सेस अब अपना पदनाम नर्सिंग ऑफिसर ।
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शुभ रात्रि…..
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टीप — खबर लिखे जाने अभी तक हमारे पास किसी अप्रिय घटना दुर्घटना की खबर नहीं है।🙏
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