
कांकेर टॉप 10 अब पढें विस्तार से….
11 जुलाई 2025 शुक्रवार
✍️मनोज जायसवाल
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संपादकीय-
छत्तीसगढ राज्य जो खासकर बिजली के क्षेत्र में समृद्व राज्य माना जाता है,क्योंकि यह पूर्व से ही सरप्लस राज्य रहा है। जिसके चलते राज्य सरकारें उद्योग समिट में कंपनियों को इस खासियत से आकर्षित किया जाता है। लेकिन यह क्या! वर्तमान में भाजपा यहां सत्तासीन है,और बिजली की दरें अभी तक तीन बार बढायी जा चुकी है। वर्तमान में 1.8 प्रतिशत की वृद्वि सीधे उपभोक्ताओं पर बोझ बढाने वाली है। यह ना देखी जाय कि मात्र 1.8 प्रतिशत की अल्प वृद्वि की गई है,लेकिन यह तो बढते ही जा रही है। भविष्य में कम तो होगी नही! बिजली बिल में ऊर्जा शुल्क से लेकर मीटर किराये के साथ उपभोक्ताओं को ही वहन करना है। लाईन लास जिस पर खुद विभाग कहता है कि उन्होंने यह कम किया है। चोरियों के संदर्भ उडनदस्ता तो अभी तक कई प्रकार के विद्युत मीटर बदले जा चुके हैं। अभी स्मार्ट मीटर पर भी काम चल रहा है,तो चोरियों के नाम समस्त उपभोक्ताओं पर दर बढायी जाना उचित नहीं है। यहां कोयले की प्रचुर मात्रा संसाधन होते सरप्लस वाले छत्तीसगढ राज्य में कम से कम बिजली दरें तो नहीं बढायी जाना चाहिये। सरप्लस के चलते यही है,जिस पर यहां के वाशिंदे गर्व करते हैं कि वे बिजली के सरप्लस वाले राज्य में रहते हैं। बिजली दरें बढाने का सबसे बडा दंश किसानों को लगेगा जहां कृषि पंपों पर वृद्वि की गई है।
-मनोज जायसवाल
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01.मध्यस्थता जनजागरूकता अभियान के तहत अधिवक्ता संघ की बैठक आयोजित।
— राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) एवं मीडियेशन एंड काउंसिलिएशन प्रोजेक्ट कमेटी (एमसीपीसी) नई दिल्ली के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे 90 दिवसीय मध्यस्थता जनजागरूकता अभियान के तहत गुरूवार 10 जुलाई को अधिवक्ता संघ की बैठक आयोजित की गई। यह अभियान 01 जुलाई से 07 अक्टूबर 2025 तक संचालित किया जाएगा, जिसका मुख्य उद्देश्य न्यायालयों में लंबित मामलों का मध्यस्थता के माध्यम से त्वरित समाधान सुनिश्चित करना है।बैठक की अध्यक्षता प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश आनंद कुमार ध्रुव द्वारा की गई। उन्होंने अधिवक्ताओं के साथ मध्यस्थता की प्रक्रिया, उसके लाभों और लंबित वादों के शीघ्र निपटारे हेतु आवश्यक रणनीतियों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रकरणों के समाधान हेतु बिंदुवार समय-सीमा निर्धारित की गई है, ताकि अधिक से अधिक मामलों का आपसी सहमति और सुलह के आधार पर निष्पादन संभव हो सके। साथ ही अधिवक्ताओं से इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करने का आह्वान किया गया। बैठक में उपस्थित समस्त अधिवक्ताओं ने अभियान को सफल बनाने हेतु अपने पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया। इसके अलावा न्यायालयीन प्रणाली में मध्यस्थता को सहायक बताते हुए जनजागरूकता फैलाने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की। इस अवसर पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती विभा पांडे, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव श्रीमती शांति प्रभु जैन सहित अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष नरेंद्रदेव दवे एवं अधिवक्ता संघ के सदस्यगण उपस्थित थे।
चित्र —मध्यस्थता जनजागरूकता अभियान के तहत अधिवक्ता संघ की बैठक।
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02.ई-ऑफिस का क्रियान्वयन व तकनीकी पहलुओं से अवगत कराने दिया गया प्रशिक्षण। शासकीय कामकाज को सुगम, पारदर्शी व डिजिटल क्रांति लाने राज्य शासन की पहल।
— राज्य सरकार द्वारा शासकीय कामकाज को अधिक सुगम, पारदर्शी एवं आधुनिक तथा डिजिटल क्रांति के क्षेत्र में नवाचार करते हुए ई-ऑफिस के द्वारा राज्य के सभी विभागों में ऑनलाईन कार्य किये जाने हेतु विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में जिले में ई-ऑफिस का प्रशिक्षण जिला पंचायत के सभा कक्ष में आज आयोजित किया गया। ई-ऑफिस के संबंध में राज्य स्तर के मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें सभी विभागों से अधिकारियों एवं कर्मचारियों को ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य-संचालन का प्रशिक्षण कलेक्टर निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर की उपस्थिति में दिया गया।इस दौरान मास्टर ट्रेनर्स ने ई-ऑफिस के अंतर्गत ई-फाइल की वेबसाइट में शासकीय पत्राचार के ऑटोमेशन के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पीपीटी के माध्यम से डैशबोर्ड, कन्टेन व्यू, रिसीट, क्रिएट, सेन्ट, इनबॉक्स के अलावा पीडीएफ अटैचमेंट, लेटर फारवर्डिंग, इनिशियालाइजिंग, एडिटिंग, नोटशीट क्रिएशन सहित विभिन्न प्रकार की तकनीकी एवं व्यावहारिक क्रियान्वयन प्रशिक्षण के माध्यम से दिया। इसके अलावा ई-ऑफिस का ऑनबोर्डिंग फार्मेट तैयार करना और एनआईसी द्वारा तैयार किए गए ई-मेल आईडी का उपयोग किए जाने का प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण सत्र की दूसरी पाली में दोपहर 03 बजे से पीआईएमएस मॉड्यूल ट्रेनिंग के बारे में मास्टर ट्रेनर्स के द्वारा विस्तार से बताया गया। विदित हो कि निकट भविष्य में सभी शासकीय कार्यालयों में पेपरलेस वर्किंग कल्चर को बढ़ावा देने तथा कामकाज में अधिक पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से ई-ऑफिस लागू किया जा रहा है। इससे सभी विभागों को शासकीय कार्यों को निष्पादित करने में सुगमता होगी। प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला पंचायत के सीईओ हरेश मंडावी, एसडीएम कांकेर अरूण वर्मा, नोडल अधिकारी एवं डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आस्था बोरकर और सुश्री रानू मैथ्यूज सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी एवं शासकीय कार्यालयों के डाटा एंट्री ऑपरेटर व संबंधित कर्मचारी उपस्थित रहे।
चित्र ई-ऑफिस का क्रियान्वयन व तकनीकी पहलुओं से अवगत कराने दिया गया प्रशिक्षण।
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03.आज श्रावण सोमवार के प्रथम दिवस पर ग्राम गढपिछवाडी में शिवलिंग स्थापना पूजा में शामिल हुए कांकेर विधायक आशा राम नेताम ।पूजा अर्चना कर लोगों के सुख समृद्वि के लिए मांगा आर्शीवाद। मंचीय कार्यक्रम कें ग्रामीणों ने किया स्वागत वंदन ।
चित्र— शिवलिंग स्थापना पूजा गढपिछवाडी में विधायक।
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04. ग्राम कुलगांव में सीसी रोड का भुमिपूजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथी कांकेर विधायक आशा राम नेताम थे। ग्राम की सरपंच एवं अन्य महिला जनप्रतिनिधी एवं ग्रामवासी बडी संख्या में उपस्थित रहे।
चित्र—कुलगांव में सीसी सडक भुमिपूजन अवसर पर विधायक आशाराम नेताम।
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05. चारामा विकासखंड के ग्राम काटागांव में शिवलिंग स्थापना समारोह में भानुप्रतापपुर विधायक श्रीमती सावित्री मंडावी शामिल हुई। इस अवसर पर ग्राम की महिलाओं ने उन्हें साडी प्रदान करते सम्मानित किया।
चित्र—साडी प्रदान कर विधायक को सम्मानित करती काटागांव की महिलाएं।
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06. आज नगर के कंकालीन पारा प्राथमिक शाला परिसर में एक पेंड माँ के नाम फलदार पौधों का वृक्षारोपण किया गया। नगर पालिका परिषद कांकेर के अध्यक्ष अरूण कौशिक ने बच्चों एवं शिक्षकों के साथ पेंड लगाया।
चित्र— एक पेंड माँ के नाम पर न.पा. अध्यक्ष अरूण कौशिक।
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07. यातायात पुलिस द्वारा कांकेर में बुलेट के तीव्र आवाज करने वाले साईलेंसरों को हटा कर सख्त कार्रवाई की। चारामा‚नरहरपुर सहित जिले के अन्य स्थानों में गांव—गांव दौड रहे ऐसे बुलेट एवं अन्य वाहनों पर भी कार्रवाई करने की मांग लोग कर रहे हैं।
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08. एक तरफ भारी बारिश तो दूसरी ओर अभी तक महानदी में संतोषजनक बाढ देखने नहीं मिली है। भारी बारिश धमतरी से उस पार होने के चलते उस क्षेत्र में बांध लबालब है‚लेकिन यहां अभी तक ज्यादा बारिश अभी तक नहीं हुई है। लोगों ने यह भी कहा कि गंगरेल में मुख्य रूप से पानी तो महानदी से होकर जाती है‚तो गंगरेल का जल स्तर इतना कैसे बढेगाॽ
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09.
10.
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शुभ रात्रि……
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टीप — खबर लिखे जाने अभी तक हमारे पास किसी अप्रिय घटना दुर्घटना की खबर नहीं है।🙏
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