
(मनोज जायसवाल)
-शाला स्टाफ में रहे दोनों कर्मियों के कर्तव्य पारायणता की सबने तारीफ की। कहा-आप हमेशा याद आयेंगे।
कांकेर(सशक्त पथ संवाद)। जिला मुख्यालय से सटे शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डुमाली में उच्च श्रेणी लिपिक पद पर रहे अनिल कुमार उयके और व्याख्याता केशर लोन्हारे को सेवानिवृत्त होने पर ससम्मान शाला परिवार की ओर से विदाई दी गई।
विदाई आयोजन समारोह में सर्वप्रथम मॉं सरस्वती के छायाचित्र पर अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर माल्यार्पण किया गया। तत्पश्चात् शाल, श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया है।
प्राचार्य अर्चना शुक्ला के स्वागत उद्बोधन पश्चात् अभिनंदन पत्र का वाचन लिपिक हरिकांत व्यास और मीरा आर्ची चौहान द्वारा किया गया। अनिल उयके की सादगी, कतव्य पथ पर उनकी परायणता को सबने सराहा वहीं केशर लोन्हारे को उनकी वक्त की पाबंदी, बच्चों व स्टाफ के साथ पारिवार जैसा व्यवहार व संवेदनशीलता की सबने खूब तारीफ की।
सेवानिवृत व्याख्याता सोहन लाल पटेल ने इनके समदर्शिता की तारीफ की। विशिष्ट अतिथि समग्र शिक्षा के जिला परियोजना अधिकारी वैभव मेश्राम ने दोनों की कर्तव्य निष्ठा की तारीफ की।
अंत में सप्रेम भेंट देकर विदाई दी गई। मंच संचालन मीरा आर्ची चौहान ने किया। शाला परिवार ने भी अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर दिव्या परतेती, प्रीति पैकरा,पुनम देवांगन, वोमेश्वरी सिन्हा, पूजा सिन्हा,अल्का ठाकुर, निर्मला हिड़को,कोमेश्वर ठाकुर, निर्मल ध्रुव,सुन्हेर मंडावी, चंदेल, रोहित मंडावी, दुर्गेश व बच्चे उपस्थित थे।